जब ख़्वाब ने मौलवी ख़ुदाबख़्श को हज के सफ़र पर निकलने को किया मजबूर, जो था उनका आख़िरी सफ़र
पुर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद अपने पिता बिहार विधानसभा के पुर्व उपसभापति शकूर अहमद के साथ कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक […]
पुर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद अपने पिता बिहार विधानसभा के पुर्व उपसभापति शकूर अहमद के साथ कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक […]
1934 से 1937 तक बिहार के शिक्षा मंत्री रहे सैयद अब्दुल अज़ीज़ पटना में अलग अलग तरह के सामाजिक कार्य करने के लिए बड़ेमशहूर थे। […]
दिल्ली से निकलने वाले द डेली अंसारी के 20 नवम्बर 1945 के ख़बर के अनुसार लाल क़िले में मौलाना अहमद सईद साहब ने नमाज़ ईद […]
जब सर्वप्रथम पेरियार उत्तर प्रदेश लखनऊ आये! [दो दिवसीय सम्मेलन की डिटेल] आल इण्डिया शेडूलड कास्ट, मायनोरिटीज़, बैकवर्ड क्लासेस व अन्य मायनोरिटीज़ कन्वेंशन […]
ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1815 से अपने आधिपत्य के प्रदेशों की विस्तृत जानकारी के लिए गज़ेटियर की एक श्रृंखला का प्रकाशन शुरू किया था। […]
एक आम समझ ये रही है कि भारत छोड़ो आंदोलन कांग्रेस बल्कि महात्मा गाँधी का आंदोलन था और आज़ाद हिंद फ़ौज सुभाष चंद्र बोस […]
एक ज़माना था के जब भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और बर्मा सब एक-दूसरे से जुड़े थे; यानी एक मुल्क थे। और आज एक दूसरे से अलग- […]
प्रथम विश्व युद्ध में दौरान 1 दिसम्बर 1915 को राजा महेन्द्र प्रताप की अध्यक्षता में प्रवासी भारतीय सरकार की स्थापना काबुल में की जाती है। […]
“अस्मत ए चागताई वा राजपुत यक अस्त।” साल था 1682 यही कोई जून जुलाई का महीना रहा होगा। बादशाह औरंगज़ेब के बेटे आज़म शाह मराठों […]
22 मार्च को हर साल बिहार दिवस मनाया जाता है, बिहार के अलग राज्य के रूप में स्थापित होने की ख़ुशी में। बिहार राज्य […]
अमेरिका खुलेआम पाकिस्तान का पक्षधर था लेकिन इंदिरा गांधी ने उसकी सुनना तो बहुत दूर उसको खरी-खरी सुनाई भी मेरा भारत महान’ जी हां, आप […]
जब कभी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन से फ़तुहा स्टेशन आने वाला होता, जहां से उस समय मार्टिन कंपनी की छोटी लाइन इस्लामपुर की जानिब जाती […]
द्वारका हाई स्कूल, मुज़फ़्फ़रपुर में सोहैल अज़ीमाबादी ने 9वीं में दख़ला करवाया गया, वहीं से 1930 में उन्होंने मैट्रिक का एग्ज़ाम दिया, पर मैथ […]
नादिर ने शाह बनने के बाद ईरान से अफ़गानों के प्रभुत्व को कम किया पर उसके बाद क़ज़ार वंश का शासन आया जिसके काल में […]
भारत की आज़ादी के बाद देश में जो हालात थे, उनसे तो आप सब बख़ूबी वाक़िफ़ होंगे. इस मुश्किल दौर में गाँधी जी 9 सितम्बर, […]
निम्न अंश सुभाष चंद्र बोस के हरिपुरा कांग्रेस अधिवेशन, 19 फ़रवरी, 1938 के भाषण से लिया गया है। नेताजी ख़ुद इस अधिवेशन की अध्यक्षता […]
साक़िब सलीम 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है और 1757 से लेकर 1947 तक भारत अंग्रेज़ राज के अधीन रहा था ये तो हम […]
साक़िब सलीम भारत यानि इंडिया कल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस / इंडिपेंडेंस डे /यौमे आज़ादी मनाएगा। 15 अगस्त ही के दिन 1947 […]
प्रोफ़ेसर कपिल कुमार सदियों से भारत की ये रीत बनी रही है कि हम भारतीय आपस में अपने घर के अंदर कितना ही लड़ें, […]
अरूण सिंह 1857 में स्वाधीनता संग्राम की पहली लड़ाई या सिपाही विद्रोह के वक्त पटना के तत्कालीन कमिश्नर विलियम टेलर ने पर्याप्त सबूतों के […]
हाल के दिनो में पटना में एक एलिवेटेड रोड के लिए ऐतिहासिक ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी के कर्ज़न रीडिंग रूम को तोड़ने के प्रस्ताव […]
पुर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद अपने पिता बिहार विधानसभा के पुर्व उपसभापति शकूर अहमद के साथ कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक […]
1934 से 1937 तक बिहार के शिक्षा मंत्री रहे सैयद अब्दुल अज़ीज़ पटना में अलग अलग तरह के सामाजिक कार्य करने के लिए बड़ेमशहूर थे। […]
बिहार शरीफ़ के सबसे पुराने मदरसे मदरसा अज़ीज़िया को पूरी तरह जला कर ख़ाक कर दिया जाना इस लिए भी बहुत अफ़सोसनाक है, क्यूँकि […]
आधुनिक भारत ही की भांति आधुनिक बिहार के इतिहास पर भी अगर गौर करें तो कहना पड़ेगा कि आधुनिकता और राष्ट्रवाद की प्रगति के […]
सरज़मीन-ए-हिन्द पे अक़वाम-ए-आलम के फिराक़ क़ाफ़िले आते गये हिन्दोस्तां बनता गया फिराक़ गोरखपुरी अपने इस शेर में हिंदुस्तान की हज़ारों बरस पुरानी गंगा जमुनी तहज़ीब […]
19वीं शताब्दी का भारत नवजागरण का है। इस नवजागरण में विदेशी शिक्षा का प्रमुख हाथ था। इसलिए उन दिनों विलायत जाने वालों को लेकर […]
Shubhneet Kaushik जनवरी 1941 में सुभाष चंद्र बोस ब्रिटिश सरकार की आँखों में धूल झोंककर नज़रबंदी से फ़रार हुए। अंग्रेज़ी राज की नज़रों से बचाकर […]
रौशनी जिसकी किसी और के काम आ जाए! एक दिया ऐसा भी रस्ते में जला कर रखना! (अतश अज़ीमाबादी) ख़्वाजा सैयद रियाज़ उद दीन अतश […]