रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी का जन्म 5 अप्रैल 1847 को बम्बई के एक खोजा मुस्लिम घराने में हुआ था।
रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी उन लोगों में से हैं जो शुरु से ही कांग्रेस से जुड़े थे, रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी उन दो भारतीय मुसलमानो में से एक थे जिन्होने 1885 में हुए कांग्रेस के पहले सेशन में हिस्सा लिया था।
रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने और कांग्रेस के 12वें वार्षिक अधिवेशन की कलकत्ता में अध्यक्षता की।
रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने वाले दूसरे मुसलमान थे; उनसे पहले जस्टिस बदरुद्दीन तैयबजी कांग्रेस के अध्यक्ष बन चुके थे।
पेशे से वकील रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी बम्बई मुंसिपल कार्पोरेशन के सदस्य चुने गए, फिर 1885 मे बम्बई के शेरिफ़ बने, और 1888 में कार्पोरेशन के अध्यक्ष चुने गए।
रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी दो बम्बई विधान परिषद के सदस्य चुने गए। और 1896 से 1898 तक इम्पेरियल विधान परिषद के सदस्य रहे।
6 जून 1902 को मात्र 55 साल की उम्र में रहमतुल्लाह मुहम्मद सयानी का उनके बम्बई स्थित आवास में देहांत हो गया।