Freedom Movement

कुछ क़ैद में पड़े हैं, हम क़ब्र में पड़े हैं, दिन ख़ून का हमारे प्यारो न भूल जाना…

ये नज़्म “शहीदों के सन्देश” के नाम से एक नामालूम इंक़लाबी शायर ‘प्रेमी’ ने 1930 में लिखा था, जो दिल्ली के प्रकाशक पंडित बाबू राम […]

Freedom Movement

ऐ पुलिस वालों सितम करना, सताना छोड़ दो…. भाइयों के हलक़ पर ख़ंजर चलाना छोड़ दो

साल 1919 में रॉलेट एक्ट के विरोध में पुरे भारत में आंदोलन शुरू हुआ, पुलिस के हाथों हज़ारो लोग शहीद हुवे; विभिन्न धार्मिक संस्थाअों ने […]

Bihar Freedom Fighter Freedom Movement Opinion

महात्मा गांधी की जान बचाने वाले बत्तक मियां अंसारी

अंग्रेजों की योजना थी, बत्तक अंसारी के हाथों गांधी जी को दूध में ज़हर देकर मार दिया जाए। प्रलोभनों के साथ, ऐसा नहीं करने पर बत्तक अंसारी को जान से हाथ धोने की धमकियां दी गई थीं। देशभक्त बत्तक अंसारी ने अंग्रेजों का दमन और अत्याचार झेलने का संकल्प किया और गांधी जी को अंग्रेजों की इस साज़िश से आगाह कर दिया। कहते हैं, दूध का गिलास ज़मीन पर उलट दिया गया और एक बिल्ली उसे चाटकर मौत की नींद सो गई।