अल्लामा जमील मज़हरी – एक अज़ीम फ़नकार जिसे अंग्रेज़ों ने जेल की सलाख़ों के पीछे रखा।
जमील मज़हरी का असल नाम सैयद काज़िम अली था। वालिद का नाम ख़ुर्शीद हसनैन था। उनकी पैदाइश सितम्बर 1904 को पटना के मुग़लपूरा में […]
जमील मज़हरी का असल नाम सैयद काज़िम अली था। वालिद का नाम ख़ुर्शीद हसनैन था। उनकी पैदाइश सितम्बर 1904 को पटना के मुग़लपूरा में […]
दिल की धड़कन पे मोहब्बत का फ़साना लिख दो वस्ल के एक ही लम्हे को ज़माना लिख दो लिखना कुछ चाहो अगर नाम के आगे […]
द्वारका हाई स्कूल, मुज़फ़्फ़रपुर में सोहैल अज़ीमाबादी ने 9वीं में दख़ला करवाया गया, वहीं से 1930 में उन्होंने मैट्रिक का एग्ज़ाम दिया, पर मैथ […]
माजिद मजाज़ हुस्न, मोहब्बत, इंसानी दोस्ती, अदल-ओ-इंसाफ़ का मसीहा और जुर्रत-ए-इज़हार का दूसरा नाम फ़ैज़ अहमद फ़ैज़! उर्दू शायरी को फ़ैज़ पर हमेशा नाज़ रहेगा। […]
ایک بار سلطان شیر شاہ سوری کا بیٹا محمد شاہ عادل آگرہ کی گلیوں میں ہاتھی پر سوار ہوکر گھوم رہا تھا ۔ایک گلی سے […]
حضرت شاہ ولی اللہ محدث دہلوی (1703-1762) اور حضرت مولانا فخرالدین چشتی دہلوی (1714-1784) اور حضرت مرزا جان جاناں (1699-1781) رحمة اللہ علیہم اجمعین تینوں […]
حضرت شاہ رکن الدینابو الفتح ملتانی (1251-1335) کو شیخ نظام الدین اولیاء سے بہت محبت تھی اور آپ اپنی حیات میں پانچ بار دہلی تشریف لے […]
حضرت مولانا شاہ سلیمان قادری پھلواروی اپنے عہد کے نہایت مشہور اورمقبول بزرگ ، واعظ،صاحبِ دل صوفی،صاحبِ ٖفکر رہنما گزرے ہیں ۔از ! آپ کا […]
Khalid Bin Umar “سید صاحب کی وجہ سے بڑا اطمینان ہے، جب رات کے دو ڈھائی بجے آنکھ کھلتی ہے تو جی چاہتا ہے […]
Javed Akhtar Bhatti نام دھنپت رائے لیکن ادبی دنیا میں پریم چند مشہور ہیں 1885ء میں منشی عجائب لال کے ہاں موضع پانڈے پور […]
اس سال ‘Quit India’ (بھارت چھوڑو) تحریک کے نعرہ کو لگائے ہوئے 75 سال پورے ہوگئے ہیں یہ ملک کی ایسی تحریک تھی جس نے […]
تکحضرت مولانا عثمان غنی ؒ شرفاء کی قدیم آبادی دیورہ ضلع گیا کے ایک خوش حال زمیندار خاندان میں 15 رجب 1313ھ مطابق یکم جنوری1896ء […]
हाल के दिनो में पटना में एक एलिवेटेड रोड के लिए ऐतिहासिक ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी के कर्ज़न रीडिंग रूम को तोड़ने के प्रस्ताव […]
पुर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद अपने पिता बिहार विधानसभा के पुर्व उपसभापति शकूर अहमद के साथ कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक […]
1934 से 1937 तक बिहार के शिक्षा मंत्री रहे सैयद अब्दुल अज़ीज़ पटना में अलग अलग तरह के सामाजिक कार्य करने के लिए बड़ेमशहूर थे। […]
बिहार शरीफ़ के सबसे पुराने मदरसे मदरसा अज़ीज़िया को पूरी तरह जला कर ख़ाक कर दिया जाना इस लिए भी बहुत अफ़सोसनाक है, क्यूँकि […]
आधुनिक भारत ही की भांति आधुनिक बिहार के इतिहास पर भी अगर गौर करें तो कहना पड़ेगा कि आधुनिकता और राष्ट्रवाद की प्रगति के […]
सरज़मीन-ए-हिन्द पे अक़वाम-ए-आलम के फिराक़ क़ाफ़िले आते गये हिन्दोस्तां बनता गया फिराक़ गोरखपुरी अपने इस शेर में हिंदुस्तान की हज़ारों बरस पुरानी गंगा जमुनी तहज़ीब […]
19वीं शताब्दी का भारत नवजागरण का है। इस नवजागरण में विदेशी शिक्षा का प्रमुख हाथ था। इसलिए उन दिनों विलायत जाने वालों को लेकर […]
Shubhneet Kaushik जनवरी 1941 में सुभाष चंद्र बोस ब्रिटिश सरकार की आँखों में धूल झोंककर नज़रबंदी से फ़रार हुए। अंग्रेज़ी राज की नज़रों से बचाकर […]
रौशनी जिसकी किसी और के काम आ जाए! एक दिया ऐसा भी रस्ते में जला कर रखना! (अतश अज़ीमाबादी) ख़्वाजा सैयद रियाज़ उद दीन अतश […]