1857 सुना तो है मगर जानते भी हैं क्या इसे ?
हफ़ीज़ किदवई कोई कहता है की यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम था तो कोई कहता है की यह जन संघर्ष की मिसाल है. कोई कहता यह […]
हफ़ीज़ किदवई कोई कहता है की यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम था तो कोई कहता है की यह जन संघर्ष की मिसाल है. कोई कहता यह […]
हफ़ीज़ किदवई कुछ तारीख़ें सिर्फ़ तारीख़ भर नही होती बल्कि पूरे एक ज़माने का ढलना होती है। आज वही 7 अप्रैल है। जब अवध की […]
निशा डागर अगर बात करे भारतीय स्वतंत्रता की क्रांति और उन क्रांतिकारियों की जिनकी वजह से देश को आजादी मिली तो इतिहास की रेत में […]
मुहम्मद सैफ़ुल्लाह हर कोई जानता है कि लोहड़ी सर्दियों में मनाया जाता है। पर क्या आपको मालूम है लोहड़ी का त्यौहार किसकी स्मृति में मनाया […]
Mahendra Vist वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली (25 दिसम्बर, 1891 – 1 अक्टूबर 1979) को भारतीय इतिहास में पेशावर कांड के नायक के रूप में याद […]
राजीव शर्मा वह दौर 1947 का था जब भारत को आजादी की सौगात के साथ बंटवारे का जख्म भी मिला। पाकिस्तान से कई लोग […]
सुनील सिंह ‘अबुआ दिशुम अबुआ राज’ यानि ‘हमारा देश, हमारा राज’ “मैं तुम्हें अपने शब्द दिये जा रहा हूं, उसे फेंक मत देना, अपने घर […]
बात पुरानी तो है, लेकिन इतनी भी पुरानी नहीं कि उसे भूला दिया जाये। बस इकहत्तर साल पहले की ही तो बात है…आज ही […]
Prem Prakash कारे और जीपे तो हजार देखी होगी आपने पर ये जीप नही देखी होगी। कभी नही देखी होगी। लेकिन ठीक है, नही […]
मौलाना अहमद शाह शहीद एक ऐसा नाम है, जिसके जौहर का चिना पत्तम, देहली, आगरा, अवध, रोहिल खण्ड की सर ज़मीन गवाह है। अगर […]
Sharjeel Usmani सन 1929 में इटली जब लीबिया पर अपना कब्ज़ा करने की लगातार कोशिश कर रहा था तब लीबिया के बागियों का सरदार […]
मुहम्मद ज़ाहिद देश आज़ाद हुआ ही था और आखें खोले तिरंगे में लिपटी सुनहरी सुबह को निहार ही रहा था कि ब्रिग्रेडियर उस्मान […]
अशोक पुणिया बिरसा मुंडा, यह नाम सुनते ही अक्सर हमारे दिमाग में एक ‘आदिवासी नायक’ का चित्र उभरता है, जिसने आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई […]
कुमार नरेंद्रा सिंह ‘कुंअर सिंह एक ऐसा आदमी है, जिसने हमें 80 साल की अवस्था में एक पूर्ण पराजय का त्रासद घाव दिया, जिसने बेलगाम […]
तारिक़ अनवर चम्पारणी जब बाबर काबुल में था, तो कहा जाता है कि राणा सांगा का उससे यह समझौता हुआ कि वह इब्राहीम लोधी पर […]
हर कोई जानता है कि लोहड़ी सर्दियों में मनाया जाता है। पर क्या आपको मालूम है लोहड़ी का त्यौहार किसकी स्मृति में मनाया जाता है […]
हाल के दिनो में पटना में एक एलिवेटेड रोड के लिए ऐतिहासिक ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी के कर्ज़न रीडिंग रूम को तोड़ने के प्रस्ताव […]
पुर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद अपने पिता बिहार विधानसभा के पुर्व उपसभापति शकूर अहमद के साथ कहीं जा रहे थे। उन्हें रास्ते में एक […]
1934 से 1937 तक बिहार के शिक्षा मंत्री रहे सैयद अब्दुल अज़ीज़ पटना में अलग अलग तरह के सामाजिक कार्य करने के लिए बड़ेमशहूर थे। […]
बिहार शरीफ़ के सबसे पुराने मदरसे मदरसा अज़ीज़िया को पूरी तरह जला कर ख़ाक कर दिया जाना इस लिए भी बहुत अफ़सोसनाक है, क्यूँकि […]
आधुनिक भारत ही की भांति आधुनिक बिहार के इतिहास पर भी अगर गौर करें तो कहना पड़ेगा कि आधुनिकता और राष्ट्रवाद की प्रगति के […]
सरज़मीन-ए-हिन्द पे अक़वाम-ए-आलम के फिराक़ क़ाफ़िले आते गये हिन्दोस्तां बनता गया फिराक़ गोरखपुरी अपने इस शेर में हिंदुस्तान की हज़ारों बरस पुरानी गंगा जमुनी तहज़ीब […]
19वीं शताब्दी का भारत नवजागरण का है। इस नवजागरण में विदेशी शिक्षा का प्रमुख हाथ था। इसलिए उन दिनों विलायत जाने वालों को लेकर […]
Shubhneet Kaushik जनवरी 1941 में सुभाष चंद्र बोस ब्रिटिश सरकार की आँखों में धूल झोंककर नज़रबंदी से फ़रार हुए। अंग्रेज़ी राज की नज़रों से बचाकर […]
रौशनी जिसकी किसी और के काम आ जाए! एक दिया ऐसा भी रस्ते में जला कर रखना! (अतश अज़ीमाबादी) ख़्वाजा सैयद रियाज़ उद दीन अतश […]